द फॉलोअप डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम युवा 3.0 योजना शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चलायी जा रही है। यह योजना विशेष रूप से 30 साल से कम आयु के युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य युवा लेखकों को पढ़ने, लिखने और भारतीय साहित्य की समृद्धि में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है। इस पहल के माध्यम से प्रधानमंत्री का लक्ष्य भारतीय संस्कृति और ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देना है और किताबों के प्रति समाज में रुचि को और अधिक बढ़ाना है।
क्या है योजना का उद्देश्य और आवश्यकता
बता दें कि PM Yuva 3.0 योजना के पहले 2 चरण बहुत सफल रहे थे। इसमें बड़ी संख्या में युवा लेखकों ने भाग लिया और अपने विचारों को साझा किया। इस बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस योजना को और आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इससे युवा लेखकों को एक मंच मिले और वे भारतीय समाज और संस्कृति से जुड़े विषयों पर लेखन कर सकें।PM Yuva 3.0 योजना के तहत चयन और थीम
इस योजना के तहत लेखकों का चयन कुछ विशिष्ट विषयों पर आधारित होगा, जिनमें प्रमुख हैं:
1. राष्ट्र निर्माण में भारतीय प्रवासियों की भूमिका – 10 लेखक
2. भारतीय ज्ञान प्रणाली – 20 लेखक
3. आधुनिक भारत के निर्माता (1950-2025) – 20 लेखक
50 लेखकों का किया जाएगा चयन
वहीं, PM Yuva 3.0 योजना के तहत कुल 50 लेखकों का चयन किया जाएगा। यह चयन "अखिल भारतीय प्रतियोगिता" के माध्यम से होगा, जो 11 मार्च से 10 अप्रैल 2025 तक mygov.in पर आयोजित की जाएगी। इसमें चुने गए लेखकों की सूची मई या जून 2025 में सार्वजनिक की जाएगी। प्रस्तावों का मूल्यांकन अप्रैल 2025 में किया जाएगा।
विश्व पुस्तक मेले में राष्ट्रीय शिविर का आयोजन
जानकारी हो कि इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक युवा लेखक को 30 जून 2025 से 30 दिसंबर 2025 तक एक प्रसिद्ध साहित्यिक चरित्र से मार्गदर्शन मिलेगा। इस मार्गदर्शन के तहत, 2026 में नई दिल्ली में होने वाले विश्व पुस्तक मेले के दौरान पीएम युवा 3.0 के लेखकों के लिए राष्ट्रीय शिविर आयोजित किया जाएगा। यह योजना युवा लेखकों को न केवल एक प्लेटफॉर्म प्रदान करती है। बल्कि उन्हें एक विशेष मार्गदर्शन भी देती है, जिससे वे अपनी लेखन यात्रा में एक नई दिशा प्राप्त कर सकेंगे।